Janwaron Par Zulm Karna Haram He

Book Name:Janwaron Par Zulm Karna Haram He

माह़ोल से वाबस्ता हो जाइये और ज़ैली ह़ल्के़ के 12 मदनी कामों में बढ़ चढ़ कर ह़िस्सा लीजिये । 12 मदनी कामों में से एक मदनी काम "मदनी क़ाफ़िला" भी है ।

          ٭ اَلْحَمْدُ لِلّٰہ मदनी क़ाफ़िलों की बरकत से ना जाने कितने लोगों की ज़िन्दगियों में मदनी इन्क़िलाब बरपा हो चुका है । ٭ मदनी क़ाफ़िले में चलने से नेक लोगों की सोह़बत नसीब होती है । ٭ मदनी क़ाफ़िले की बरकत से मस्जिद में नफ़्ली ए'तिकाफ़ करने की सआ़दत मिलती है । ٭ मदनी क़ाफ़िले की बरकत से बे नमाज़ियों को नमाज़ों की अहम्मिय्यत मा'लूम होती है । ٭ मदनी क़ाफ़िले की बरकत से बहुत से दीनी मसाइल सीखने की सआ़दत मिलती है । ٭ मदनी क़ाफ़िले की बरकत से मस्जिदों में ज़िक्रो अज़्कार, दर्स व बयानात का सिलसिला जारी रहता है । ٭ मदनी क़ाफ़िले की बरकत से मस्जिदें आबाद होती हैं । मसाजिद को आबाद करने की तो क्या ही बात है !  ह़दीसे पाक में है : जब कोई बन्दा ज़िक्र व नमाज़ के लिये मस्जिद को ठिकाना बना लेता है, तो अल्लाह पाक उस से ऐसे ख़ुश होता है, जैसे लोग अपने गुमशुदा शख़्स की अपने हां आमद पर ख़ुश होते हैं । (ابن ماجہ،کتا ب المساجد … الخ،با ب لزوم المساجد …الخ،۱/ ۴۳۸، رقم :۸۰۰)

        12 मदनी कामों में से इस मदनी काम "मदनी क़ाफ़िला" की तफ़्सीली मा'लूमात जानने के लिये मक्तबतुल मदीना के रिसाले "मदनी क़ाफ़िला" का मुत़ालआ़ कीजिये । तमाम ज़िम्मेदाराने दा'वते इस्लामी, बिल ख़ुसूस मदनी क़ाफ़िला की मजालिस के निगरान व अराकीन तो इस रिसाले का लाज़िमी मुत़ालआ़ फ़रमाएं । येह रिसाला दा'वते इस्लामी की वेबसाइट www.dawateislami.net से पढ़ा जा सकता है । आइये ! बत़ौरे तरग़ीब मदनी क़ाफ़िले की एक मदनी बहार सुनते हैं । चुनान्चे,

टांगों के दर्द से नजात मिल गई

          मुल्के अमीरे अहले सुन्नत के इस्लामी भाई की टांगों में इस क़दर शदीद दर्द रहता था कि उठना, बैठना मुश्किल हो गया । इस दर्द से नजात पाने के लिये उन्हों ने बहुत रक़म ख़र्च की, दीगर कई डॉक्टरों से भी इ़लाज करवाया मगर कुछ फ़र्क़ न हुवा । एक मरतबा आ़शिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दा'वते इस्लामी से वाबस्ता एक इस्लामी भाई से उन की मुलाक़ात हुई । दौराने गुफ़्तगू उन्हों ने उन इस्लामी भाई से अपनी तक्लीफ़ का इज़्हार किया, तो उन्हों ने शफ़्क़त भरे अन्दाज़ में इनफ़िरादी कोशिश की और उन्हें मदनी क़ाफ़िले में चलने की बरकात बताते हुवे कहा : आप ने इतना इ़लाज करवाया है, अगर चाहें, तो एक कोशिश येह भी कर के देखें कि मदनी क़ाफ़िले की बरकत से जहां हज़ारों लोगों के मसाइल ह़ल हुवे हैं, वहीं اِنْ شَآءَ اللّٰہ राहे ख़ुदा में चलने की बरकत से आप को भी फ़ाइदा होगा । उन इस्लामी भाई की येह बातें उन के दिल पर असर कर गईं और वोह 3 दिन के मदनी क़ाफ़िले में चलने के लिये तय्यार हो गए । اَلْحَمْدُ لِلّٰہ जब उन्हों ने मदनी क़ाफ़िले में रो रो कर अपनी बीमारी से शिफ़ा के लिये दुआ़ की, तो उन की दुआ़ क़बूल हुई और मदनी क़ाफ़िले की बरकत से उन्हें दर्द से नजात मिल गई ।

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!      صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد