Jannat Ki Baharain

Book Name:Jannat Ki Baharain

عَزَّوَجَلَّ उस के और जहन्नम के दरमियान 3 ख़न्दके़ं ह़ाइल कर देगा । तो जो शख़्स रमज़ानुल मुबारक के आख़िरी अ़शरे में ए'तिकाफ़ करेगा उसे कैसे कैसे इनआमात व इकरामात से नवाज़ा जाएगा ? क्यूंकि रमज़ान में तो नेकियों का सवाब कई गुना बढ़ जाता है । इस लिये ज़िन्दगी के इस मौक़अ़ से फ़ाइदा उठाइये और रमज़ानुल मुबारक के आख़िरी अ़शरे में सुन्नत ए'तिकाफ़ के लिये तय्यार हो जाइये बल्कि आज ही से ए'तिकाफ़ करने की सआदत ह़ासिल कीजिये और सवाबे अ़ज़ीम के ह़क़दार बन जाइये ।

रह़मतें लूटने के लिये आओ तुम

मदनी माह़ोल में कर लो तुम ए'तिकाफ़

सुन्नतें सीखने के लिये आओ तुम

मदनी माह़ोल में कर लो तुम ए'तिकाफ़

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!        صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد

       मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! बयान को इख़्तिताम की त़रफ़ लाते हुवे सुन्नत की फ़ज़ीलत और चन्द सुन्नतें और आदाब बयान करने की सआदत ह़ासिल करता हूं । शहनशाहे नुबुव्वत, मुस्त़फ़ा जाने रह़मत, शम्ए़ बज़्मे हिदायत, नौशए बज़्मे जन्नत صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का फ़रमाने जन्नत निशान है : जिस ने मेरी सुन्नत से मह़ब्बत की उस ने मुझ से मह़ब्बत की और जिस ने मुझ से मह़ब्बत की वोह जन्नत में मेरे साथ होगा । (مِشْکاۃُ الْمَصابِیح ،ج۱ ص۵۵ حدیث ۱۷۵ )

सीना तेरी सुन्नत का मदीना बने आक़ा

जन्नत में पड़ोसी मुझे तुम अपना बनाना

तिलावत करने की सुन्नतें और आदाब

       मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! आइये ! तिलावत की सुन्नतें और आदाब के बारे में चन्द मदनी फूल सुनने की सआदत ह़ासिल करते हैं । पहले 2 फ़रामैने मुस्त़फ़ा صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ मुलाह़ज़ा कीजिये ।