Jannat Ki Baharain

Book Name:Jannat Ki Baharain

एक किनारा मोती का, दूसरा याक़ूत का है और उन नहरों की ज़मीन ख़ालिस मुश्क की है । (बहारे शरीअ़त, 1/155 (الترغیب والترہیب، کتاب صفۃ الجنۃ والنار،فصل فی انہار الجنۃ،الحدیث۳۵/۵۷۳۴، ج۴، ص۳۱۵،  वहां की शराब दुन्या की सी नहीं जिस में बदबू और कड़वाहट और नशा होता है और पीने वाले बे अ़क़्ल हो जाते हैं, आपे से बाहर हो कर बेहूदा बकते हैं, वोह पाक शराब इन सब बातों से पाक व मुनज़्ज़ा है ।

(बहारे शरीअ़त, 1 / 155 (''تفسیر ابن کثیر'' ج۷، ص۲۸۹،

जन्नत के खाने

जन्नत में हर क़िस्म के लज़ीज़ से लज़ीज़ खाने मिलेंगे, जो चाहेंगे फ़ौरन उन के सामने मौजूद होगा । (बहारे शरीअ़त, 1 / 155 (تفسیر ابن کثیر''،ج۷، ص۱۶۲، अगर किसी परिन्द को देख कर उस के गोश्त खाने को जी हो, तो उसी वक़्त भुना हुवा उन के पास आ जाएगा ।

(बहारे शरीअ़त, 1 / 156 (الترغیب وا لترھیب، کتاب صفۃ الجنۃ والنار، الحدیث: ۷۳، ج۴، ص ۲۹۲،

        अगर पानी वग़ैरा की ख़्वाहिश हो (गी) तो कूज़े ख़ुद हाथ में आ जाएंगे, उन में ठीक अन्दाज़े के मुवाफ़िक़ पानी, दूध, शराब, शहद होगा कि

उन की ख़्वाहिश से (न तो) एक क़त़रा कम (होगा और) न ज़ियादा, बा'द पीने के (वोह कूज़े) ख़ुद बख़ुद जहां से आए थे, चले जाएंगे । 

(बहारे शरीअ़त, 1 / 156 (الترغیب وا لترھیب، کتاب صفۃ الجنۃ والنار، ، الحدیث: ۶۶، ج۴، ص۲۹۰،

        एक ख़ुश्बूदार फ़र्ह़त बख़्श डकार आएगी, ख़ुश्बूदार फ़र्ह़त बख़्श पसीना निकलेगा, सब खाना हज़्म हो जाएगा और डकार और पसीने से मुश्क की ख़ुश्बू निकलेगी ।

(बहारे शरीअ़त, 1 / 156 (صحیح مسلم، کتاب الجنۃ وصفۃ نعیمہا وأھلہا، باب في صفۃ الجنۃ ... إلخ، الحدیث: ۲۸۳۵، ص۱۵۲ملخصاً،