Jannat Ki Baharain

Book Name:Jannat Ki Baharain

ज़ैली ह़ल्क़े के 12 मदनी कामों में बढ़ चढ़ कर ह़िस्सा लीजिये । ज़ैली ह़ल्क़े के 12 मदनी कामों में से एक मदनी काम "मदनी दौरा" भी  है ।

          اَلْحَمْدُلِلّٰہ عَزَّوَجَلَّ नेकी की दा'वत देना और बुराई से मन्अ़ करना निहायत ही अ़ज़ीमुश्शान काम है । चुनान्चे, ह़दीसे पाक में है कि प्यारे आक़ा, मक्की मदनी मुस्त़फ़ा صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ से अ़र्ज़ की गई : लोगों में बेहतर कौन है ? इरशाद फ़रमाया : अपने रब्बे करीम से ज़ियादा डरने वाला, रिश्तेदारों से सिलए रेह़मी ज़ियादा करने वाला और बहुत ज़ियादा नेकी का ह़ुक्म देने और बुराई से मन्अ़ करने वाला । (شعب الایمان،باب فی صلۃ الارحام، ۶/۲۲۰،   حدیث: ۷۹۵۰)

٭ اَلْحَمْدُلِلّٰہ عَزَّوَجَلَّ मदनी दौरे की बरकत से अ़लाक़े में ख़ूब मदनी काम फैलता है । ٭ मदनी दौरे की बरकत से नए नए इस्लामी भाई मदनी माह़ोल के क़रीब आते हैं । ٭ मदनी दौरे की बरकत से बे नमाज़ियों को नमाज़ पढ़ने की सआदत नसीब हो जाती है । लिहाज़ा हमें भी अपनी दुन्या व आख़िरत की भलाई के लिये मदनी दौरे को यक़ीनी बनाना चाहिये, اِنْ شَآءَ اللہ عَزَّوَجَلَّ इस की ख़ूब ख़ूब बरकतें नसीब होंगी । आइये ! बत़ौरे तरग़ीब मदनी दौरे की एक मदनी बहार सुनते हैं । चुनान्चे,

ग़ैर मुस्लिम का क़बूले इस्लाम

      मुल्के मुर्शिद के एक मुबल्लिग़े दा'वते इस्लामी का बयान है कि बाबुल मदीना से सुन्नतों की तरबिय्यत ह़ासिल करने के लिये तशरीफ़ लाए हुवे मदनी क़ाफ़िले के साथ मुझे भी मदनी दौरा करने का शरफ़ ह़ासिल हुवा । एक दरज़ी की दुकान के बाहर लोगों को इकठ्ठा कर के हम "नेकी की दा'वत" दे रहे थे । जब बयान ख़त्म हुवा, तो उसी दुकान (Shop) के एक मुलाज़िम नौजवान ने कहा : मैं एक ग़ैर मुस्लिम हूं, आप ह़ज़रात की नेकी की दा'वत ने मेरे दिल पर गहरा असर किया है, मेहरबानी फ़रमा कर मुझे इस्लाम में दाख़िल कर लीजिये । اَلْحَمْدُلِلّٰہ عَزَّوَجَلَّ मदनी दौरे की बरकत से वोह मुसलमान हो गया ।

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!        صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد